बीओबी इल्तिफातगंज शाखा की धोखाधड़ी से हैरान ग्राहक पहुंचा डीएम दरबार
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बीओबी इल्तिफातगंज शाखा की धोखाधड़ी से हैरान ग्राहक पहुंचा डीएम दरबार
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हप्तों से बैंक से लेकर अन्य अधिकारियों का चक्कर लगाते फिर रहा है पीड़ित
अंबेडकरनगर। बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा इल्तिफातगंज में ग्राहक के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में न्याय न मिलने पर पीड़ित में जिलाधिकारी का दरवाजा खटखटाया और न्याय की गुहार लगाई पीड़ित क्या कहना है कि मेरे द्वारा दो-दो बार बैंक ऑफ बड़ोदा पोर्टल पर शिकायत की गई उसके बावजूद भी मेरे पैसे के बारे में किसी को नहीं पड़ी है जबकि मेरे द्वारा बार-बार चिल्ला चिल्ला कर एक ही बात कही जा रही है कि बीमा के लिए मेरे द्वारा न तो कोई हस्ताक्षर किया गया है.
और न ही किसी को कोई फोटो दिया गया है और न ही कोई बैंक का कर्मचारी मुझसे बीमा के लिए बात किया है ऐसी स्थिति में अपने आप बीमा कर देना यह कहां का न्याय संगत है मेरे साथ इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया जाता है। बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचारियों द्वारा लेकिन उसके बावजूद भी मेरी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। बैंक के कर्मचारी आपस में मिले हुए हैं।
इसलिए मेरे दो-दो बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है और न ही मेरा पैसा वापस हुआ है इसलिए मुझे मजबूरन जिला मजिस्ट्रेट का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।
और यदि मुझे यहां से भी न्याय नहीं मिला तो मैं आगे का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हूंगा ऐसी स्थिति में मेरे साथ न्याय होना यथा उचित है क्योंकि बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचारियों द्वारा 15000 रूपया की रकम का बिना पूछे और बिना हस्ताक्षर के बीमा कर देना बैंक ऑफ बड़ौदा से ग्राहकों का विश्वास खत्म होने वाली बात सामने आ रही है।
यदि इसी तरह से बैंक ऑफ बड़ौदा का रवैया चला रहा तो आने वाले समय में कर्मचारियों के कारण बैंक ऑफ बड़ौदा की छवि धूमिल होती चली जाएगी। ऐसी स्थिति में उच्च अधिकारियों द्वारा दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करते हुए पीड़ित का पैसा वापस दिलाना यथा उचित है जिस बैंक ऑफ बड़ौदा पर ग्राहकों का विश्वास हमेशा की तरह बना रह सके।
आखिर किस कारण से नहीं उठाता बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा प्रबंधक का सीयूजी नंबर
बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा प्रबंधक इल्तिफातगंज से बार-बार वार्ता करने की कोशिश की जा रही लेकिन बैंक का सीयूजी नंबर पर फोन जाने के बावजूद बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा प्रबंधक द्वारा फोन उठाने की जहमत नहीं उठाई जा रही है आखिर फोन न उठाना मैनेजर साहब की क्या मजबूरी है कहीं मीडिया सवालों के जवाब से बचना तो नहीं चाहते हैं मैनेजर साहब, या फिर अपनी गलतियों को छुपाने के लिए फोन नहीं उठा रहे हैं ऐसी दशा यदि ग्राहक फोन करता होगा तो उसका भी फोन शाखा प्रबंधक द्वारा नहीं उठाया जाता होगा या तो देखने को मिल ही रहा है ऐसे मैनेजर से क्या उम्मीद करेगी जनता।
यह बोले अग्रणी अधिकारी- बैंक ऑफ बड़ौदा
जब इस संबंध में अग्रणी बैंक अधिकारी से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं था मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है मैं मामले की जांच कर यथा उचित कार्रवाई करने का कार्य करूंगा।