पालिका टांडा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने बंदरों से राहत दिलाने की प्रशासन से मांग

टांडा,अम्बेडकरनगर। कस्बे आमें बंदरों के आतंक से लोग परेशान है। बंदर आने जाने वालों को रोक कर सामान छीन ले जाते हैं। बंदरों के आतंक से बच्चे डर के साए में रह रहे हैं। मकानों की छतों पर जमकर उत्पात मचाते हुए टंकियों के ढक्कन खोल कर उसके पानी में जम कर नहाते है। यदि कोई उन्हें भगाने जाए तो वह उसे काटने के लिए दौड़ाते है। इसके अलावा बंदर छतों पर सुखाने के लिए लटकाए गए कपड़ों को भी फाड़ देते है। सबसे अधिक बंदरों का आतंक छज्जापुर,हनुमानगढी ,काजीपुरा,सकरावल,अलीगंज,हयातगंज आदि मोहल्लो में है। यहां बंदरों के उत्पात से सभी आतंकित है। हनुमानगढी निवासी अरण कुमार,बीरेन्द्र आदि कहना है कि बंदर के आतंक से बच्चो का कही आना जाना टेढी खीर हो गया । सड़को पर बंदरो के होने से बच्चे कही आ और जा नही पा रहे यदि कही जजाते है तो लौटते समय डर जाते है कई बार बंदर इन बच्चो को काट भी चुके है अनिल , गौरव, संदीप, सतीश ने बताया कि बंदरों का आतंक काफी अधिक बढ़ गया है। कस्बावासियों ने मांग की है कि प्रशासन इन बंदरों की हरकतों पर अंकुश लगाए और नगर से हटाने की कोई व्यवस्था करे ।