तमसा नदी सीमा में अवैध कब्जा और जलकुंभी से वजूद खतरे में

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तमसा नदी सीमा में अवैध कब्जा और जलकुंभी से वजूद खतरे में
अंबेडकरनगर। जनपद मुख्यालय नगर के मध्य से गुजरी तमसा नदी झाड़ियां में तब्दील होते हुए अपने अस्तित्व की वजूद बचाने के लिए जूझ रही है अकबरपुर शहजादपुर के बीच से गुजर कर जाने वाली तमसा नदी लगभग 3 किलोमीटर से ज्यादा नगर के ही परिक्षेत्र से गुजरते हुए आगे बढ़ गई है लेकिन तमसा नदी में जगह-जगह झाड़ियां और जलकुंभी होने से नाले में तब्दील होती दिख रही है.
नगर क्षेत्र के गदाये में तमसा नदी का वजूद ही लोगो द्वारा खत्म कर दिया गया हैं जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा जिले का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने जिले के कई तहसीलों में तालाबों एवं झीलों का सौंदर्यकरण करने के लिए खजाने का मुंह खोल दिया जिससे लोगो को लगा कि नगर के मध्य बह रही तमसा नदी का भी कायाकल्प हो जाएगा लेकिन जिला प्रशासन द्वारा सरकारी दफ्तर और आवासों के इर्द-गिर्द ही पानी की तरह पैसे को बहाकर सौंदर्यकरण कराया जा रहा है तो वहीं नगर के गली कूचे की सड़के गढ्ढों में तब्दील हुए देखा जा सकता है .
नगर के मध्य से गुजरी तमसा नदी में गंदगी का अंबार देखा जा सकता है मजे की बात यह है कि नगर से निकलने वाला कचरा नगर पालिका द्वारा तमसा नदी के किनारे फेंका जा रहा है मौके पर हकीकत अगर देखनी है तो आप जौहरडीह क्रॉसिंग से शहजादपुर जाने के लिए नदी पर बने रपटा पुल के पास का स्थिति देख सकते हैं नदी पर बने रपटा पुल के दोनों साइड का वाल गिरने से दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है।