एसपी सुरक्षा में तैनात सिपाही त्रिपुरेश सिंह का कोतवाली क्षेत्र में काला कारोबार
-
एसपी सुरक्षा में तैनात सिपाही त्रिपुरेश सिंह का कोतवाली क्षेत्र में काला कारोबार
-
जुआ अड्डों के संचालन में इस सिपाही द्वारा निभाया जा रहा है अहम भूमिका
-
आखिर कब बंद होगा अकबरपुर व शहजादपुर में संचालित जुए के कारोबार की चर्चा
अम्बेडकरनगर। सिपाही के भ्रष्टाचार को लेकर क्षेत्रिए लोगों के द्वारा अनेक प्रकार की बातें चर्चा का विषय बनी हुई है। एक ही स्थान पर सालों से पांव जमाकर भ्रष्टाचार को जन्म देने वाले सिपाही के ऊपर जिले के कप्तान की कृपा इस कदर बनी हुई है कि उक्त सिपाही की ड्यूटी पुलिस कप्तान के स्कॉर्ट में लगी है लेकिन उक्त सिपाही का पुलिस विभाग में जबरदस्त पकड़ होने के कारण जिले के पुलिस अधीक्षक भी कार्यवाही करने से बचते नजर आ रहे है। प्रदेश सरकार में उक्त सिपाही की भी जबरदस्त पकड़ है जिसके कारण कोई भी अधिकारी सिपाही के ऊपर कार्यवाही तो दूर की बात कुछ कह भी नहीं सकता है।
प्रदेश सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने की बात करती है वहीं दूसरी तरफ अधिकारी दावे को खोखला करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसकी हकीकत के लिए जिले का पुलिस महकमा काफी है। सूत्रों के अनुसार सरकार में सिपाही त्रिपुरेश सिंह को सजातीय होने का लाभ पूरी तरह से मिल रहा है।
कोतवाली अकबरपुर ही नहीं बल्कि पूरे जिले में पुलिस विभाग में तबादलों के दौर में बहुत सारें सिपाहियों को चंद दिनों के अन्दर ही कार्यवाही करते हुए इधर-उधर कर दिया जाता है लेकिन ऐसे भ्रष्टाचारी सिपाही जिसके द्वारा जिला मुख्यालय पर कस्बे के अन्दर जुआ खेलवाने से लेकर जमीन की दलाली तक के काम का जो ठेका ले रखा हो उस पर अधिकारी कार्यवाही करने से क्यां बचते हैं।
कोतवाली क्षेत्र के मीरानपुर मोहल्ले में जुए का कारोबार उक्त सिपाही के संरक्षण में फल फूल रहा है। दीपावली के दिन मीरानपुर में चर्चित जुआ अड्डों पर 24 घण्टे खेल चलता रहा और संरक्षणदाताओं को मोटी रकम मिलती रही। इस कारोबार में जो लुट गए उनके घर की दीपावली का दीवाला निकल गया।
इस दौरान जुआ अड्डों पर जिन लोगों ने बाजी लगायी और त्योहार पर खाली हाथ घर पहुंचे उनके परिवार में तू-तू, मै-मै तक की चर्चा लोगों में खूब रही और लोगों द्वारा उक्त सिपाही के कृत्यों की चर्चा का बाजार गरम रहा। अकबरपुर व शहजादपुर के कई लोगों ने जिनके तालुकात समाज सेवा से हैं, के द्वारा सिपाही पर आरोप भी लगाया जा रहा है कि आखिर जब इसकी तैनाती कप्तान की सुरक्षा में है तो किसके आदेश से यह अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र में अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा है।