NRमंडल : कथित यूनियन नेताओं के आगे झुका रेलवे प्रशासन, मामला पीरियडकली तबादला का

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के काले कारनामों को लेकर चर्चा का बाजार गर्म
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने मीडिया से काटी कन्नी
लखनऊ । उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में भ्रष्टाचारियों की चाल हुई एक बार फिर कामयाब मंडल के अधिकारी हुए नतमस्तक वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने रेलवे प्रशासन की कराई छीछा लेदर। मिली जानकारी के अनुसार विगत लगभग डेढ़ माह पहले कामर्शियल विभाग में रेलवे बोर्ड ने एक आदेश जारी किया कि तीन वर्ष से अधिक कोई सुपरवाइजर स्तर का कर्मचारी एक स्थान पर नहीं रहेगा, जिसका लेटर आते लखनऊ मंडल में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक आंख मूंदकर ऐसा तबादला कर दिया कि पूरे मंडल के यूनियनों में उबाल आ गया आखिर क्यों। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक क्या बताएंगे कि पीरियडकली तबादला की परिभाषा क्या है यानी कि जो लखनऊ में रहा और प्रभावशाली रहा तो उसका वहीं हो गया और तमाम महिलाओं का तबादला दूसरे स्टेशनों पर किया गया क्यों क्या आंख पर पट्टी बंधी थी, या तथाकथित यूनियन के एक प्रभावशाली गुट का कहीं दबाव तो नहीं जिस तरह से अनदेखी की गयी तबादला लिस्ट में कहीं न कहीं तथाकथित गुट जरुर भूमिका अहम रही। मिली जानकारी के अनुसार जो तबादला लिस्ट निकाली गई कितने लोगों का तीन वर्ष ही नहीं पूरा और आनन फानन में लेटर जारी किया गया जिसका असर ये हुआ कि यूनियन पूरी तरह से हावी हो गई और रेलवे प्रशासन की काफी किर किरी कराई। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर इसके पहले रेखाशर्मा रहीं मजाल नहीं कि कोई नेता दबाव में अनैतिक कार्य करवा ले। सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध है और यूनियन का एक गुट हावी रहा। पोजीशन ये है कि राहुल गुप्ता जैसे लोग अभी भी मेडिकल अवकाश पर चल रहे हैं आखिर क्यों।पिछले महीने मई माह में मंडल आफिस में अधिकारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन हुआ जिसमें आनन्द मिश्र जो सीएमआई के पद तैनात एक चर्चित नेता का शिकार हो गया और उसके कहने पर जमकर तथाकथित अधिकारियों के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया। इस तरह से जो नंगा नाच हुआ है वहां जितना दोषी यूनियन है तो उतना दोषी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक एवं इनके गुर्गे हैं जिनके कहने पर पूरा रावणराज चलरहा है लखनऊ में। गजब के हैं वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी इनको ये नहीं मालूम, कि एक तथाकथित चर्चित टीटीई जिस पर दर्जनों आरोपपत्र जारी किया गया विजिलेंस से लेकर अधिकारियों तक, वह टीटीई तैनात है चारबाग में और वीआईपी ट्रेनों पर डियूटी लगाई जा रही है वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने बताया कि हमें नहीं मालूम कि उक्त टीटीई कहां तैनात है। जबकि वह नटवरलाल एक यूनियन नेता का रिश्तेदार बताया जाता है भ्रष्टाचार में महारत हासिल कर लिया है लेकिन इनको नहीं मालूम ।मामला पूरी तरह से संदिग्ध प्रतीत होता है।
*केस संख्या* -1
लगभग आधा दर्जन दागी टीटीई , कर रहे वीआईपी ट्रेनों पर डियूटी लेकिन साहब को नहीं मालूम ,मालूम भी हो तो कैसे साहब तो दलालों एवं एक यूनियन के एक गुट से घिरे रहते हैं। ,सारी ट्रेनों में पुलिस कर्मी चल रहे बेधड़क एसी डिब्बे में,साहब की कोई जिम्मेदारी नहीं।
*केस संख्या* -2
पीरियडकली तबादला में आखिर किसके दबाव में पीरियड कली ट्रांसफर में धांधली की गयी और तथाकथित यूनियन हावी हो गयीं। कुछ तथाकथित रेलवे कर्मचारियों का मनमाफिक स्थानों पर पोस्ट किया गया क्यों।
*केस संख्या* -3
अयोध्या कैंट, लखनऊ, वाराणसी आदि स्टेशनों पर दशकों से टीटीई माल काट रहे हैं सीडीसीएम से कोई मतलब नहीं आखिर क्यों..
*केस संख्या* -4
पूरे उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में जहां एक तरफ ट्रैकमैंन से जूझ रहाउरे मंडल तो, वहीं दर्जनों ट्रैकमैंन यूनियन नेताओं और अधिकारियों के बंगले पर लगे हुए हैं कुछ तो सेफ्टी स्कूल आलमबाग में मौज कर रहे हैं और अवैध ढंग से टीए भी ले रहे हैं बहरहाल इस समय एक यूनियन में दो गुट आमने-सामने आ चुके हैं । नेताजी के यहां दो तीन ट्रैकमैंन अकेले लगे हैं चूंकि नेताजी मंडल अध्यक्ष बनाने का वादा किया है चूंकि नेताजी मनमानी ढंग से अपना कार्य करा सकें,तो दूसरी तरफ दूसरा गुट हावी दिखाई दे रहा है इसलिए कि मंडल के कर्मचारियों का उनको समर्थन हासिल है बहरहाल चर्चित तिवारी यूनियन का सक्रिय कार्यकर्ता हैं उनका मंडल अध्यक्ष में होना तय माना जा रहा है। लखनऊ मंडल जैसे वीआईपी शहरों में ऐसे ऐसे अधिकारी भेजे गये हैं जो सरकार की किरकिरी करा रहे हैं जिस समय लिस्ट निकाली गई इन महोदय को इतना नहीं मालूम कि पीरियडकली की परिभाषा क्या होती है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के लापरवाही के चलते पूरा मंडल शर्मशार हो गया है।सूत्रों की मानें तो तथाकथित भ्रष्टाचारियों का तबादला रोकने के लिए रेलवेबोर्ड अथवा प्रधानमंत्री कार्यालय मामला पहुंचा ।वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ऐसा पद होता है मंडल में जिसमें तेज़तर्रार अधिकारी की होनी चाहिए नियुक्ति।