छलावा बनकर रह गया है संपूर्ण समाधान दिवस, बार-बार समस्याओं की शिकायत को मजबूर हैं फरियादी

अंबेडकरनगर। जलालपुर तहसील सभागार में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस अब सरकारी कार्यक्रम तक सिमट कर रह गया है। अधिकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी महज औपचारिकता तक सीमित है। कुल 98 मामले दर्ज किए गए जिन्हें संबंधित के पास भेजने का दावा किया गया।भियांव ब्लॉक के दिनवरपुर निवासिनी सुनीता यादव अपनी दिव्यांग पुत्री कुसुमलता को लेकर पहुंची। उन्होंने बताया कि दो वर्षों के दौरान दर्जनों शिकायती पत्र देकर राशनकार्ड बनाने की मांग कर रही हूं किन्तु कार्ड नहीं बन रहे हैं। पिंडोरिया के मोतीलाल चार बार से अपनी खतौनी के बगल स्थित बंजर की जमीन की सीमा निर्धारित करने की गुहार लगा रहे हैं किंतु लेखपाल के आगे सब विवश है। जफरपुर निवासी अधिवक्ता सुरेश उपाध्याय के गांव का रास्ता पीडब्ल्यूडी बजट आवंटन के बाद नहीं बनवा रहा है।दौलताबाद गांव में तालाब संख्या 425 है।इस पर गांव का एक धनी व्यक्ति ने अवैध कब्जा कर स्थाई निर्माण करा लिया और एक किसान की जमीन पर कब्जा जमा लिया। शिकायत पर तत्कालीन लेखपाल ने मुकदमा दर्ज कराया।दो वर्ष पहले इसे गिराने का अदालत ने फैसला सुनाया।अब हुई पैमाईश में धन बल के आगे सब उलट गया। दीपक, निवासी अजमलपुर ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्राप्त धनराशि से नया मकान बनवा रहे हैं, लेकिन विपक्षियों द्वारा निर्माण कार्य में लगातार बाधा डाली जा रही है। नान्हू हरिपालपुर के एक निवासी ने कहा कि खतौनी की जमीन पर मकान निर्माण करने में विपक्षियों द्वारा फौजदारी पर उतारू हो जाने के कारण काम रुका पड़ा है।परशुराम, निवासी अशरफपुर भुआ ने बताया कि 6 महीने से बैनामे की जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा है। विरोध करने वालों द्वारा आए दिन मारपीट और फौजदारी की जाती है। सोहगूपुर के ग्रामीणों ने शिकायत कि गांव में बनाया गया चकमार्ग उनकी जमीन से ऊंचा है, जिससे बरसात का पानी खेतों में भर जाता है और फसलें बर्बाद हो जाती हैं। उन्होंने उप जिलाधिकारी से जलनिकासी की व्यवस्था कराने की मांग की है।इस अवसर पर जिलाधिकारी पवन कुमार जायसवाल, तहसीलदार पदमेश श्रीवास्तव, सीओ अनूप कुमार सिंह, बीडीओ अंजली भारती, कोतवाल संतोष कुमार सिंह, कटका थानाध्यक्ष प्रेमचंद,मालीपुर थानाध्यक्ष स्वतंत्र मौर्य सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।