Ayodhya

छापेमारी के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त को पुलिस ने दिखाई जेल की राह

 

टांडा,अम्बेडकरनगर। पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराधों के रोकथाम एवं अपराधियों की गिरफ्,तारी के सम्बन्ध मे चलाये जा रहे अभियान के अनुक्रम मे व अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी के आदेश के क्रम मे प्रभारी निरीक्षक दीपक सिंह रघुवंशी के निर्देशन मे अनुरूद्ध प्रताप सिंह मय हमराह का चमन सिंह, कांस्टेबल श्यामा गुप्ता थाना कोतवाली टाण्डा द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मुअसं.-138/25 धारा 109,352,351(3) बीएनएस व 3(1) दधव 3 (2) (अ) एससी एसटी एक्ट में सम्बन्धित तेज प्रकाश यादव उर्फ तेजा पुत्र स्व. हरिराम यादव उम्र करीब 48 वर्ष निवासी हनुमानगढ़ी हयातगंज थाना कोतवाली टाण्डा समय 13.10 बजे खेत मांझा छज्जापुर थाना को) टाण्डा से गिरफ्तार किया गया। जिसमे आवश्यक विधिक कार्यवाही करते हुए अभियुक्त उपरोक्त को न्यायालय भेजा जा रहा है।तेज प्रकाश यादव उर्फ तेजा पुत्र हरीराम यादव निवासी हनुमानगढ़ी हयातगंज थाना टाण्डा उम्र करीब 48 वर्ष घटना के सम्बन्ध में पूछताछ पर बता रहा है कि दिनांक 8ः05 को शाम को मांझा छज्जापुर में मैं अपने खेत की जुताई ट्रेक्टर से करा रहा था तो रणविजय यादव पुत्र स्वर्गीय भोला यादव ने मेरा ट्रेक्टर रोक दिया मैंने पूछा तो कहा कि पहले नापी होगी कि किसका कहा तक है। इसके बाद ही हम लोग अपने अपने खेत की जुताई करायेंगे। तब मैंने कहा की ठीक है। इसके बाद थोड़ी ही देर बाद रणविजय यादव ट्रेक्टर भेज कर अपने खेत की जुताई कराने लगा, तब मैंने भी रणविजय यादव का ट्रेक्टर रोक दिया।कि जब मेरे खेत की जुताई नहीं होंगी तो रणविजय यादव के खेत की जुताई भी नहीं होगी। पहले नापी होने के बाद ही दोनों लोगों की जुताई होगी। उस समय केवल ट्रेक्टर वाला था रणविजय यादव नहीं था। ट्रेक्टर वाला ट्रेक्टर लेकर चला गया।इसके बाद रणविजय यादव, अपने भाई दिग्विजय यादव, व तीन अन्य लोगों शक्ति कुमार सोनकर उर्फ लाला, जंगीलाल, और ट्रेक्टर वाला लड़का पांचों करीब 8 बजे रात को लाठी लेकर आयोउस समय मैं अपने झोपड़ी पर बैठा था। और सीताराम निषाद व तुलसी निषाद जिन्होंने ने मेरे परवल के बगल में परवल लगाया है खेत में चारपाई व मचान पर थे।जब मैंने रणविजय, दिग्विजय, शक्तिकुमार सोनकर, जंगीलाल व ट्रेक्टर वाले लड़के को लेकर लाठी लेकर हमारी झोपड़ी के तरफ आते देखा तो मैंने कहा कि वही रूक जाओ, दूर से ही जो बात करनी है । करो, लेकिन ये लोग मेरे पास आ गये और गाली देते हुए रणविजय यादव ने लाठी से मेरे ऊपर हमला कर दिया, तब मुझे लगा कि ये लोग मुझको मार देंगे तब मैंने भी अपने बगल में रखे लोहे की पतली पाईप जिसको जानवरो से बचने के लिए में रखता था। उसी से गुस्से में रणविजय यादव को मारा लेकिन रणविजय यादव हट गया। और शक्ति कुमार सोनकर को लग गया। इसके बाद मैं वहां से भागगया। पुलिस ने पकड़े गये अभियक्त को न्यायालय चलान कर दिया।

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