मारपीट प्रकरण में मालीपुर के दरोगा पर तहरीर बदलवाने का आरोप ,24 घंटे बाद मुकदमा दर्ज नहीं

अंबेडकरनगर। पुरानी रंजिश को लेकर आधा दर्जन के करीब महिला पुरुष की पिटाई और घायल होने के मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज करने के बजाय तहरीर बदलवाने का दबाव बना रही है। जिससे शासन की मंशा तार तार हो रही है। मुकदमा दर्ज नहीं होने से जहां पीड़ित परिवार भयभीत है वहीं दबंगों के हौसला बुलंद है। घटना मालीपुर थाना के रुकूनपुर बाभनपट्टी दलित बस्ती में घटित हुई। गांव निवासी राम शब्द पुत्र नोखई ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि 10 मई की रात 6.30 बजे के करीब शराब के नशे में धुत्त सूबेदार आरती देवी को भद्दी भद्दी गाली गलौज देते हुए पिटाई करने लगा।इसी दौरान आरती को बचाने काजल, संध्या, निखिल, शतीश और नीलेश दौड़े। होहल्ला देख सूबेदार के पक्ष के ललई, अम्बेश, अभिषेक, गोल्डी, सुभाष और अजय समेत कुल 10 लोग लाठी डंडा लेकर पहुंचे और मारपीट शुरू कर दिया। मारपीट से आरती का सिर फट गया, काजल के आंख और संध्या बेहोश होकर गिर पड़ी। जान बचाने के लिए पीड़ित घर में भागे किन्तु निडर दबंगों ने घर में घुसकर पिटाई शुरू कर दिया। परिजन इस घटना की सूचना 112डायल पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से नगपुर अस्पताल भेजा।।112 डायल की सूचना पर नवागत थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार मौर्य गांव पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली। रविवार की सुबह पीड़ित ने पुलिस को तहरीर दिया किंतु पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय नामों में कटौती का आदेश दिया और कहा कि केवल चार का नाम तहरीर में होना चाहिए तभी मुकदमा दर्ज होगा अन्यथा जहां जिस अधिकारी से शिकायत करना चाहती हो कर देना। मुकदमा दर्ज नहीं होने से पीड़ित परिवार भयभीत है। थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार मौर्य ने बताया कि रविवार को व्यस्तता के वजह से मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया। सोमवार को तहरीर में दिए गए नामों पर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मेडिकल परीक्षण आदि कराया जाएगा।