व्यापारी के साथ दरोगा व सिपाहियों की बदसलूकी सीसीटीवी कैमरे में कैद फिर भी कार्यवाही नहीं

अंबेडकरनगर।दारोगा एवं सिपाहियों द्वारा व्यवसायी से बदसलूकी व हाथापाई कर जबरन बाइक पर थाने ले जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक के आदेश के बावजूद अभी तक किसी की जवाबदेही तय नहीं हो सकी है। यह हाल तब है जब पुलिसकर्मियों की करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद है। पुलिस की कार्यशैली से बाजार वासियों में आक्रोश है। हंसवर थाना क्षेत्र में कटोखर के रहने वाले जियाउल्लाह बसखारी मार्ग पर स्थित सिमना इण्टर प्राइजेज के प्रोपराइटर है। प्रतिदिन सुबह करीब आठ बजे अपनी दुकान पर जाते हैं और पूरा दिन व्यवसाय में व्यस्त रहते है। उनसे व उनके परिवार से गांव का मो. आरिफ रंजिश रखता है।आरोप है मो. आरिफ एक अपराधी किस्म का व्यक्ति है। जिसका संबंध मृतक माफिया खान मुबारक के गिरोह से रहा है। खान मुबारक की मृत्यु के बाद से वह गिरोह का संचालन करता रहता है। मो. आरिफ पीड़ित पर नाजायज दबाव डालने व बेइज्जत करने के उद्देश्य से पत्नी से 22 अप्रैल को झूठी तहरीर दिलाया और 23 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजे आरोप लगाते हुए हंसवर पुलिस को सूचना दी कि जियाउल्लाह, मो. लुकमान व जावेद ने उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। तहरीर में 22 अप्रैल की प्रार्थना पत्र की जानकारी विपक्षीगण को हो गई। दूसरे दिन सुबह 8 बजे घर से कटोखर बाजार हंसवर जाते समय रास्ते में रोककर जैनब फात्मा व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। जबकि मुकदमे में 22 अप्रैल की तहरीर का कोई जिक्र नहीं है। पीड़ित व्यवसायी अपनी दुकान पर सुबह करीब 8ः30 बजे मौजूद रहा। आरोप है कि विपक्षी में मो. आरिफ व जैनब फात्मा ने सुनियोजित तरीके से सामाजिक व व्यसायिक प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए दुकान पर 23 अप्रैल की सुबह करीब 10ः30 बजे एसआइ सुनील दत्त को दुकान पर भेजा। व्यवसायी दूकान में मौजूद था, उपनिरीक्षक पहुंचकर जबरन उसे सड़क पर खींच ले गए और घसीटकर गाड़ी पर बैठाकर थाने ले जाने का प्रयास करने लगे। असफल होने पर दो अन्य सिपाहियों को बुला लिया। पीड़ित ने कारण पूछा तो गाली गलौज करते हुए जबरन गाड़ी पर बैठाने लगे। अनुनय विनय के बावजूद घसीटकर थाने पर ले गए। दिनभर थाने में रखा और एसआइ सुनील दत्त द्वारा शांति भंग की कार्रवाई करते हुए चलानी रिपोर्ट में दर्शाया कि गांव में जैनब फाल्मा व जियाउल्लाह के मध्य झगड़ा हो रहा था, जिसके कारण एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए जियाउल्लाह व प्रधान अब्दुल सलाम, लुकमान व जावेद के विरूद्ध एकपक्षीय कार्रवाई की गई है। तत्समय पीड़ित ने एसपी से मिलकर शिकायती पत्र दिया तो उप निरीक्षक ने नाराजगी जताते हुए 26 अप्रैल को मुकदमा पंजीकृत कर दिया। पीड़ित व्यवसायी ने मांग कि है कि जैनब फात्मा के घर व बाहर लगे सीसी कैमरे के अलावा कटोखर चौराहा व कब्रिस्तान के आस-पास सीसी कैमरों की जांच पड़ताल कराई जाए तो सच सामने आ जाएगा। आरोप है उपनिरीक्षक सुनील दत्त व एसएसआइ विजय कुमार सोनी की मो. आरिफ व जैनब फाल्मा के बीच हुए सांठगांठ उजागर हो जाएंगे। घटनास्थल के पास ग्राम प्रधान आंबेडकर प्रतिमा के प्रांगण में 23 अप्रैल की सुबह 7 बजे डबरू ईट लगवया जा रहा था। आरोप है विपक्षीगण जानबूझकर व्यवसायिक व सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए षड्यंत्र रचा है। पीड़ित व उसके परिवार ने अंदेशा जाहिर किया है कि विपक्षी पुलिस की मिलीभगत से फर्जी मुकदमे में फंसाकर जिंदगी बर्बाद कर सकती है। पीड़ित ने दोषी पुलिसकर्मियों व अन्य पर प्राथमिकी दर्ज कर अन्य थाने से विवेचना कराने की मांग की है। क्षेत्राधिकारी शुभम कुमार ने बताया कि मामले में विवेचना प्रचलित है, सभी पहलुओं पर विवेचना की जा रही है।