वृद्धा आश्रम दहीरपुर के हेल्पलाइन पर कॉल कर वृद्धो को दिलाएं सहयोग

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वृद्धा आश्रम दहीरपुर के हेल्पलाइन पर कॉल कर वृद्धो को दिलाएं सहयोग
अम्बेडकरनगर। अकबरपुर तहसील अंतर्गत वृद्ध आश्रम दहिरपुर में संचालित है इस आश्रम में लगभग 129 वृद्ध रहने की बात आश्रम के प्रभारी इंचार्ज सत्य प्रकाश शुक्ला द्वारा बताया गया वहीं यह भी बताया गया कि यहां पर इसकी शुरुआत सत्र 2019 में की गई इस आश्रम में महिला एवं पुरुष दोनों रहते हैं इनके रहने के लिए तीनों टाइम भोजन चाय,नाश्ता, बिस्किट समय-समय पर दिया जाता है और इनको बीमारी से बचने के लिए दवा का छिड़काव आस-पास में किया जाता रहता हैं इन आश्रम में रहने वाले महिला एवं पुरुषों को बाल की कटाई व दाढ़ी बनवाने के साथ-साथ निःशुल्क वस्त्र दिया जाता रहता है प्रभारी ने कहा कि प्रति व्यक्ति 114 रुपया खर्च के रूप में संस्था को मिलता है वहीं पर यह भी बताया कि यदि कहीं पर लावारिस हो या किसी के द्वारा इस तरह की सूचना संस्था को मिलता है इसकी सूचना मिलते ही वहां पहुंचकर वृद्ध को आश्रम में लाकर सारी व्यवस्था के साथ रखा जाता है यदि उसके परिवार द्वारा उसको वहां से ले जाना चाहते हैं तो लिखा पढ़ी के साथ परिवार वालों को सौंप दिया जाता है संस्था की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है जो इस प्रकार है 14567 कोई भी वक्त किसी भी समय इस तरह का सूचना दे सकता उसका पूरा सहयोग किया जाता है संस्था की तरफ से जिससे समस्या से निजात मिल सके वहीं पर यह भी जानकारी ली गया कि मान लिया जाए की आपको सूचना यहां से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर लावारिस वृद्ध है तो उसको लाने के लिए आपको कितना संस्था की तरफ से दिया जाता है उन्होंने कहा कि मानदेय के साथ हमें 4500 मिलता है जो संस्था बाद में हमारे द्वारा किया गया खर्च देती है यहां पर कुल मौके पर 15 कर्मचारी संस्थान में मौजूद है।
व्यवस्था के सवाल का जवाब नहीं दे पाए समाज कल्याण अधिकारी
वृद्ध आश्रम से संबंधित जानकारी लेने के लिए विकास भवन में स्थित जिला कार्यालय में मौजूद समाज कल्याण अधिकारी विक्रम कौशल के द्वारा जानकारी लेने के लिए मीडिया प्रतिनिधि मोहम्मद अशफाक ने जब जानकारी इस संबंध में चाही तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस विषय में हमारे बड़े बाबू इलाही के द्वारा आपको जानकारी दी जाएगी उनको अपने कर्मचारियों को द्वारा बुलाने को कहा कुछ समय बाद बड़े बाबू आए और वह भी पूछे गए प्रश्नों को अच्छी तरह से नहीं रख पा रहे थे उनसे प्रश्न पूछा गया कि आपके विभाग के द्वारा आश्रम चल रहा है उन्होंने कहा हां चल रहा है जब चल रहा है तो इसमें कितने रुपए मद के रूप में संस्था को प्राप्त होता है तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमें जानकारी नहीं है वहीं पर यह भी पूछा गया कि लावारिस वृद्ध को लाने के लिए आपकी संस्था व विभाग इस तरह का खर्च उठता है तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नहीं उस एनजीओ के खाते में सीधा पैसा जाता है हमें इस विषय में जानकारी नहीं है जब विभाग के बाबू व अधिकारी को वृद्ध आश्रम से संबंधित सुख सुविधाओं के बारे में नहीं है जानकारी तो कैसे इन लाचार वृद्धों का बेड़ा पार होगा यह तो एक चिंता का विषय है।