एसडीएम ने किया बांध का औचक निरीक्षण, बांध मरम्मत कार्य मिला अधूरा.

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रैट होल व रैन कट देख भड़के एसडीएम,सहमें सोनराडीह, कुड़िया के ग्रामीण.
हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/
लक्ष्मीपुर।
महराजगंज: रैट होल से बंधें खोखला हो रहे हैं। वहीं रैन कट होने से पत्थर खिसकर नदी में जमीदोंज हो गए। रोहिन नदी बांध के सोनराडीह, कुड़िया, गांव के पास दिख रहा है। समय से पहले बंधे पर सुरक्षात्मक कार्यों में अधिकारी ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि कमजोर बंधों को देखकर आसपास के लोग सहमे हैं। बरसात तेज हुई और पानी का दबाव बढ़ा तो तबाही न मच जाए। लक्ष्मीपुर मझार क्षेत्र के 6 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को चिंता बनी हुई है।
क्योंकि 6 ग्राम पंचायतों से होकर गुजरने वाली नेपाली रोहिन नदी पर स्थित ख़ालिकगढ़, मठिया ईदू, रजापुर, गौहरपुर, रानीपुर, सोनराडीह, कुड़िया, अमहवा, करीमदादपुर, व रघुनाथपुर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। अमहवा के उत्तर करीमदादपुर, बांध की मरम्मत का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है। वही सोनराडीह कुड़िया 1.850 से 1.950 तक बांध अतिसंवेदनशील है। जिस पर पूर्व में आये बाढ़ के पानी का दबाव इसी क्षेत्र में अधिक रहा है।
इस समय बरसात सर पर है, ऐसे में बांध की मजबूती का कार्य पूरा नहीं होने से लोगों को जर्जर बांध के टूटने की आशंका सता रही है। जून माह के पहले तक शासन ने बांधों को मरम्मत करने का निर्देश दिया था। लेकिन सिंचाई विभाग कार्य पूरा करने में तत्परता नहीं दिखायी जिससे निर्धारित समय में कार्य पूरा नहीं होने से सिंचाई विभाग सवालों के घेरे में है। रोहिन नदी तटबंध की मरम्मत के लिए शासन ने काफी धन आवंटित किया था। इसके बावजूद कार्य अभी तक आधा-अधूरा है।
वर्तमान समय में करीमदादपुर निवासी सुदर्शन के घर के पास ना तो ठोकर बना है और ना ही टीचिंग कार्य किया गया। जिससे तटबंध के टूटने की आशंका जताई जा रही है। बांध के दोनों तरफ से मिट्टी की पटाई की जा चुकी है। लेकिन अभी बोल्डर गिराने व ठोकर बनाने का कार्य बांध से काफी नीचे है। अगर समय रहते ठोकर व टीचिंग निर्माण का कार्य पूरा नहीं हुआ तो वर्षा शुरू होने के बाद काफी दिक्कतें खड़ा हो सकती हैं।
समय से पूरा होता टीचिंग कार्य तो मिलती राहत.
बांध की मजबूती के लिए संवेदनशील स्थानों पर ठोकर आदि का निर्माण होना था। जगह-जगह रेनकट व रैट होल भी भरे जाने थे। मई माह के अंत तक बांध के मरम्मत का कार्य पूरा करने का निर्देश था। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते बांध की मरम्मत का कार्य पूरा हो जाता तो बरसात के समय में बांध काफी हद तक मजबूत होता। इससे बाढ़ की आशंका काफी हद तक कम हो जाती। अगर वर्षा शुरू हुई तो कार्य अधूरा छोड़ना पड़ सकता है। खतरे से करीब एक मीटर ऊपर बह रही थी रोहिन नदी पिछले बाढ़ के तांडव को देखते हुए ग्रामीण भयभीत है।
वही आज दिन गुरुवार को उपजिलाधिकारी नौतनवां मुकेश सिंह ने डीएम के आदेशानुसार रोहिन नदी के तटबंधों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें करीमदादपुर निवासी सुदर्शन के घर के पीछे रेन कट व बांध पर टीचिंग कार्य अपूर्ण मिला। वही सोनराडीह व कुड़िया बांध में रैट होल व रेन कट को देकर सम्बंधित अधिकारी एई व जेई को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इस दौरान एसडीएम मुकेश सिंह, सिंचाई विभाग एई अमोद सिंह, जेई विवेक शुक्ला, हल्का लेखपाल, मौजूद रहे।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.