ताराकला में चंगाई सभा के विरोधियों को धमकी, जान बचाकर भागे

मालीपुर, अंबेडकर नगर। मालीपुर थाना क्षेत्र के तारा कलां गांव में पुनः मतांतरण का मामला प्रकाश में आया है। थाना क्षेत्र में बीते 6 माह से बंद चंगाई सभा का आयोजन दोबारा शुरू हो गया है। मतांतरण के लिए आयोजित चंगाई सभा में धर्म परिवर्तन का विरोध कर रहे एक व्यक्ति के साथ आयोजकों द्वारा मारपीट किया गया। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रविवार को पारस के घर चंगाई सभा का आयोजन किया गया था।
चंगाई सभा में असरफ पचाऊ महराजगंज थाना सम्मनपुर निवासी आजाद नट को उसके ही ननिहाल ग्राम सैरपुर उमरन के माधव, सुरेश और संदीप ने बहला फुसलाकर और लालच देकर कैथी नसीरपुर निवासी गिरजा प्रसाद के घर ले गए।बीते 11 जून को मनान्तरण करा रहे गिरिजा प्रसाद दर्जनों गांव वासियों के साथ ताराकला चंगाई सभा में ले गए। चंगाई सभा करने के बाद हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तन करने और उसे उसके गांव में चंगाई सभा आयोजित कराने के लिए कहा गया।
चंगाई सभा में मतान्तरण करा रहे गिरिजा प्रसाद ने भगवान यीशु को सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए बाइबल समेत अन्य ईसाई धर्म से संबंधित पुस्तकें प्रदान किया। इसी दौरान माधव ने जेब से 20 हजार रुपए निकाल देने लगे और कहा कि धर्म परिवर्तन कर लो अभी बहुत कुछ मिलेगा। तत्समय मैं हिंदू धर्म छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ।
जब प्रार्थी ने हिंदू धर्म छोड़ने से इनकार कर दिया जिससे नाराज माधव, सुरेश और संदीप मारने पीटने लगे। हल्ला गुहार सुन गांव के ही रविन्द्र कुमार, महेश दुबे, रमापति आदि पहुंच गए और मुझे मारपीट से बचाया। जब वहां ग्रामीणों की भीड़ बढ़ने लगी और ग्रामीण धर्मांतरण का विरोध करने लगे उस समय माधव, गिरजा प्रसाद आदि प्रार्थी को जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए।