जलालपुर तहसीलदार की अभद्रता को लेकर कर्मचारी आंदोलित. मामला आइजीआरएस पाटन लिपिक विजय बहादुर को गाली देने का

अंबेडकरनगर।जलालपुर तहसील में अपने साथी कर्मी को तहसीलदार द्वारा अपमानित करने और जाति सूचक गाली गलौज से नाराज अन्य तहसीलकर्मी आंदोलित हो गए। लिपिक ने जिलाधिकारी और मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट संघ को पत्र भेज दिया है। तहसील कर्मियों ने पत्रकारों से वार्ता कर पूरी बात बताई। शुक्रवार को तहसील में आईजीआरएस पटल देख रहे विजय माथुर उपजिलाधिकारी कक्ष में संपूर्ण समाधान दिवस से संबंधित पत्रावली लेकर गए थे। वहां पहले से तहसीलदार धर्मेंद्र यादव बैठे हुए थे।
आरोप है कि किसी शिकायत से नाराज तहसीलदार ने लिपिक विजय को अपमानित करना शुरू कर दिया।जब लिपिक ने जवाब दिया तो तहसीलदार बुरा मान गए और जातिसूचक शब्दो का प्रयोग कर जूता निकाल मारने दौड़े।उपजिलाधिकारी के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ। लिपिक विजय माथुर और तहसीलदार के बीच हुई नोक झोंक की सूचना आग की तरह फैल गई।
देखते ही देखते तहसील के सभी कर्मचारी एकत्रित हो गए और कुछ घंटे के लिए कामकाज ठप कर दिया।पत्रकारों से मुलाकात के दौरान लिपिक विजय माथुर ने तहसीलदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे विरुद्ध अधिकारी कुचक्र रच रहे है। मुझे अपमानित कर जातिसूचक गाली गलौज दी गई और जूता निकाल मारने का प्रयास किया गया।
लिपिक ने यूपी मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और मंत्री को पत्र भेजकर उचित कार्यवाही की मांग की है। पत्रकारों से वार्ता के दौरान तहसील अध्यक्ष आनंद मोहन, रमेश कुमार,रामबली, प्रशासनिक अधिकारी प्रमोद मिश्रा समेत सभी मौजुद रहे। तहसील अध्यक्ष आनंद मोहन ने बताया कि संघ के जिलाध्यक्ष को पत्र भेज दिया गया है। जिलाध्यक्ष और अन्य जनपद पदाधिकारियों के आदेश पर अगली रणनीति तय की जाएगी।
लिपिक विजय माथुर को संपूर्ण समाधान दिवस में आई शिकायत के निस्तारण के लिए तीन जनवरी को पत्र दिया गया था।इसी शिकायत के निस्तारण के बाबत तहसीलदार जानकारी मांग रहे थे। लिपिक खुद बेअदबी पर उतर आया। तहसीलदार ने जातिसूचक शब्दो आदि का प्रयोग नहीं किया है। लिपिक कामकाज में लापरवाही बरत रहा है।जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जा रही है।