युवान फाउंडेशन द्वारा जरूरतमंद मेधावियों हेतु संचालित तेजस परियोजना अंतर्गत अंतिम चयन परिणाम हुआ घोषित

टाडा (अम्बेडकरनगर). युवान फाउंडेशन द्वारा तेजस परियोजना अंतर्गत डॉ0ए0के0ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के सहयोग से जनपद के कुछ विद्यालयों में जरूरतमंद मेधावियों के आर्थिक सहयोग हेतु विभिन्न चरणों की परीक्षा के बाद कुछ छात्र/छात्राओं का चयन किया गया है, जिन्हें फाउंडेशन द्वारा यथासम्भव आर्थिक मदद के साथ, पुस्तक, स्टेशनरी व अध्ययन के दौरान की अन्य आवश्यक वस्तुओं को उपलब्ध कराया जाएगा।
*योजना के लाभार्थी-कक्षा 12 में सत्र 2022-23 में अध्ययनरत मेधावी छात्र/छात्राएं,आर्थिक रूप से कमजोर मेधावियों को प्राथमिकता दिया जाएगा,एक विद्यालय से एक ही छात्र/छात्रा (विभिन्न चरणों में उत्तीर्ण) इस योजना के लिए पात्र होंगे।
योजना के लाभ-फीस कॉपी-किताब, स्टेशनरी व अन्यशैक्षणिक आवश्यकता ,कैरियर काउंसिलिंग
*चयन की प्रक्रिया रैंडम चयन (जैसे एक विद्यालय में 100 बच्चे हैं तो उसमें से सामान्यतयः 20, 25, 30 तक अच्छे बच्चे),कक्षा 9, 10 व 11 के अंकों को जोड़कर उनका औसत बनाक,10 श्रेष्ठ बच्चे का चयन,इंटरव्यू/वेरीफिकेशन-इस चरण में बच्चे की बैकग्राउंड के आधार पर वरीयता एवं मनः स्थिति का परीक्षण (विद्यालय स्तर पर) जिसमें से अत्यधिक जरूरतमंद मेधावियों में से 5 बच्चे का
चयन
4-चयनित 5 बच्चों की परीक्षा के उपरांत अंतिम रूप से एक रनर और एक विनर का चयन किया गया है,
जिसके परिणाम निम्न हैं-
यूपी बोर्ड अंतर्गत संचालित विद्यालय-आर्यकन्या इंटर कॉलेज, टाण्डा दीक्षा सोनी-प्रथम
रिम्शा खातून-द्वितीय
*आदर्श जनता बालिका इंटर कॉलेज, टाण्डाअंशा शाहीन-प्रथम
अरुणा-द्वितीय
डॉ0 अशोक कुमार स्मारक इंटर कॉलेज, अकबरपुर
आयुष त्रिपाठी-प्रथम
गौरव गौतम-द्वितीय
आदर्श जनता इंटर कॉलेज, टाण्डा
गौशुल आज़म-प्रथम
आदर्श वर्मा-द्वितीय
CBSC बोर्ड अंतर्गत संचालित विद्यालय-
डॉ0 AK पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अकबरपुर
आयुष तिवारी-प्रथम
विशेष मिश्र-द्वितीय
DAV एकेडमी, टाण्डा
मोहम्मद ताहिर-प्रथम
उशना मेराज-द्वितीय
तेजस परियोजना की समन्वयक संध्या सिंह ने बताया कि फाउंडेशन द्वारा यह पायलट प्रोजेक्ट अभी जल्द ही प्रारम्भ किया गया था, जिसका मूल उद्देश्य ऐसे जरूरतमंद मेधावी बच्चों की खोज करना था जो किन्हीं कारणों से आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, और जिन्हें अन्य कोई सरकारी योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है उन्हें इस योजना से जोड़कर उनकी शैक्षणिक गतिविधि को आगे बढ़ाना इसका उद्देश्य है.
उन्होंने आगे बताया कि अब इन बच्चों की वास्तविक आर्थिक स्थिति का भौतिक स्तर पर परीक्षण कर आयोजक मंडल द्वारा लिए गए निर्णयों के अनुसार प्रथम स्थान पर चयनित बच्चों को अधिकतम 10000₹ (दस हजार) तक की आर्थिक सहायता व अन्य स्थान पाए बच्चों को इनके ही विद्यालय में सम्मानित करते हुए इन्हें आर्थिक सहायता के साथ, किताबें, स्टेशनरी आदि प्रदान की जाएंगी।
तेजस परियोजना की प्रेरणाश्रोत ए0के0ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स की प्रबंधिका रेनू वर्मा ने कहा कि उनकी ओर से प्रत्येक वर्ष अपने शैक्षणिक संस्थान में सैकड़ों जरूरतमंद बच्चों की सहायता की जाती है, जिसे उन्होंने आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष जनपद के अन्य शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत जरूरतमंद छात्र/छात्राओं की सहायता के लिए पहल किया गया है।
तेजस परियोजना युवान फाउंडेशन अध्यक्ष जिला यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्ता व फाउंडेशन महासचिव अभिनव वर्मा ने साथ मिलकर बनाया और यह विश्वास दिलाया कि निकट भविष्य में इस परियोजना के अच्छे परिणाम आने पर इसे आगे भी सतत जारी रखा जाएगा। इस बार यह पायलट प्रोजेक्ट था जिससे प्राप्त त्रुटियों से सीखते हुए इसे आगे और संशोधित कर लांच किया जाएगा जिससे जनपद में अधिक से अधिक बच्चे इस योजना से लाभान्वित हो सकें और अपने सपनों की ऊंची उड़ान को वास्तविकता का स्वरूप देने में सफल हो सके।